Sunday 19 June 2016

40 साल की नौकरानी को चोदा

हैल्लो दोस्तों, मुझे शादीशुदा समझदार औरते बहुत पसंद है, खास करके उनकी उम्र 35-40 साल के आसपास होनी चाहिए. दोस्तों मेरी जिस घटना को में आज आप सभी को बताने जा रहा हूँ वो करीब एक साल पहले हुई थी जब में अपने कॉलेज की क्लास में जाया करता था, लेकिन वो हमारे कॉलेज से थोड़ा दूरी पर थी और वो क्लास बहुत ही छोटी सी थी. उसमे करीब अलग अलग शिफ्ट में 100 बच्चे ही आते थे और वहां पर एक नौकरानी झाड़ू मारने के लिए आया करती थी, लेकिन वो दिखने में इतनी अच्छी नहीं थी, लेकिन उसकी नज़र बहुत कातिल थी और उसका नाम चंद्रिका था. वो थोड़ी सी मोटी थी, बड़ी गांड और एक हाथ में भी ना आए इस आकार के बूब्स और वो जब झाड़ू मारती थी तो उसकी छाती बहुत आराम से दिख जाती थी और जब में उसके सामने देखता था तो वो मुझे कुछ अजीब तरीके से देखती थी. उसके चेहरे पर साफ लिखा था कि उसे कुछ चाहिए जो उसे मज़े दे सके?

तो एक दिन मुझे एक ऑनलाइन टेस्ट देना था और में सबसे पहले पहुंच गया, लेकिन हमारी क्लास के सर को उसी दिन कहीं किसी जरूरी काम से अचानक बाहर जाना था और मेरी उनसे बहुत अच्छी बनती थी. उन्होंने मुझे क्लास की चाबी दे दी क्योंकि उस दिन सिर्फ मुझे ही वहां पर सबसे पहले पहुंचना था और अपनी तैयारी करनी थी और फिर उन्होंने मुझसे बोला कि तुम टेस्ट देने के बाद लॉक कर देना और चाबी पास वाले ऑफिस में दे देना. में तो कंप्यूटर चालू करके सब कुछ देखने लगा और तभी चंद्रिका आई और हाथ में अपना झाड़ू लिए उसने मुझसे पूछा कि क्यों आज साहब नहीं आए? मैंने बोला कि हाँ आज वो किसी काम से बाहर गये हुए है इसलिए वो आज नहीं आ सकते.

फिर उसने अपना काम मतलब कि झाड़ू मारना शुरू कर दिया, लेकिन अब मेरा ध्यान कंप्यूटर पर लगता ही नहीं था. में बीच बीच में उसकी तरफ देखने लगता था और अब सबसे मज़े की बात यह थी कि वो भी मुझे झाड़ू मारते मारते स्माईल देती जा रही थी. फिर कुछ देर बाद जब वो झाड़ू मारकर जा रही थी तो मैंने थोड़ी बहुत हिम्मत करके उससे पूछा कि आपका नाम क्या है?

उसने मुस्कुराकर बोला कि मेरा नाम चंद्रिका है और अब उसकी आवाज़ सुनकर मेरे पूरे बदन में कुछ हो रहा था तो मैंने थोड़ी और हिम्मत करके उससे कहा कि हाँ में कब से आपका ही इंतज़ार कर रहा था? मेरे मुहं से यह बात सुनते ही उसके चेहरे पर एक अजीब सी स्माईल आ गई और वो थोड़ा थोड़ा शरमाने लगी. फिर मैंने उससे कहा कि अगर आपको देर ना हो रही हो तो क्या आप मुझसे थोड़ी देर बात कर सकती है? तो वो बोली कि हाँ क्यों नहीं और अब वो मेरे पास में पड़ी हुई एक बेंच पर बैठ गयी और फिर मेरे कुछ बोलने का बहुत बेसब्री से इंतज़ार करने लगी.

फिर मैंने उसके बारे में सब जानकारी पूछना शुरू की और तब मुझे पता चला कि उसके पति की पिछले कुछ सालों पहले म्रत्यु हो चुकी है और वो अब अपने इकलोते बेटे के साथ रहती है और उसका बेटा करीब अब मेरी उम्र का है. दोस्तों वो जब बोलती थी तो मेरे बदन में एक आग सी लग जाती थी. मेरा मन करता था कि में इसे अभी पकड़कर चोद डालूं, लेकिन मैंने अपने आप पर बहुत काबू रखा. फिर मैंने एकदम सही मौका देखकर उसकी तरफ एक और तीर मारा और मैंने उससे पूछा कि क्यों आपको आपके पति की कभी कमी महसूस नहीं होती?

उसने झट से कहा कि हाँ होती तो है, लेकिन अब में क्या कर सकती हूँ? तो मैंने जल्दी से उसकी बात खत्म होते ही बोला कि में हूँ ना, में आपकी मदद करूँगा. तो मेरे मुहं से यह बात सुनकर वो मुझे बहुत ही अजीब तरीके से देखने लगी और बहुत देर तक इधर उधर की बातें करने के बाद वो बोली कि ठीक है अब में घर जाती हूँ और बाकी की बातें हम लोग कल करेंगे, लेकिन दोस्तों अब मेरा लंड मानने को तैयार ही नहीं था. उसे तो बस अब चंद्रिका की चूत का रस चूसना था और अब मुझसे रहा नहीं गया तो मैंने उससे बोला दिया कि प्लीज थोड़ा और रुक जाओ ना, आपसे बात करके मुझे बहुत अच्छा लग रहा है.

फिर उसने कहा कि वैसे भी हमने इतनी देर इतनी सारी बातें तो कर ली और अब क्या करें? मैंने बोला कि हाँ फिर भी मेरा मन नहीं मान रहा, आओ हम अंदर वाली क्लास में चलते है और फिर में उसे अंदर वाली क्लास में लेकर चला गया और फिर मैंने क्लास का दरवाजा अंदर से बंद कर दिया. मुझे वैसे तो बहुत डर लग रहा था कि कहीं मेरे सर आ गये तो मेरी तो आज शामत ही आ जाएगी, लेकिन मेरा चंद्रिका को छोड़ने का बिल्कुल भी मन नहीं कर रहा था और जैसा कि मैंने सबसे पहले आप सभी को बताया है कि मुझे आंटी बहुत पसंद है और उनको देखकर मुझे कुछ कुछ होने लगता है.

खेर फिर हम दोनों अंदर वाली क्लास में गये में तो उसे अचानक से पकड़कर अब जबरदस्ती चूमने लगा और उसे भी बहुत मज़ा आ रहा था, लेकिन उसने मेरा कोई भी किसी भी तरह का विरोध नहीं किया और अब वो धीरे धीरे गरम हो रही थी. मैंने उसके होंठ पर अपने होंठ रखे और चूमने लगा चूसने लगा. दोस्तों में आप सभी को अपने शब्दों में नहीं बता सकता कि चंद्रिका के क्या रसीले होंठ थे, बहुत मजेदार, यम्मी. फिर में उसे बेंच के ऊपर बैठाकर उसके ब्लाउज पर हाथ घुमाने लगा और उसके बूब्स को दबाने मसलने लगा. तो वो बस अब अपना मुहं खोलकर आहें भर रही थी और अब यह सब देखकर तो कोई भी लंड खड़ा होकर नाचने लगे.

फिर धीरे धीरे मैंने उसके ब्लाउज के एक एक बटन को खोलना शुरू किया तो मैंने देखा कि उसने अंदर ब्रा नहीं पहनी हुई थी और मेरे सामने अब दो बड़े बड़े बूब्स लटक रहे थे. वाह दोस्तों क्या मस्त नज़ारा था वो में आप सभी को नहीं बता सकता में तो उसके बूब्स को मुहं में लेकर एक छोटे बच्चे की तरह चूसने लगा. फिर मैंने उसके पेटीकोट का नाड़ा खोलकर उसे भी उतार दिया तो मैंने देखा कि उसने अंदर पेंटी भी नहीं पहनी हुई थी और में तो उसकी चूत देखकर अब बिल्कुल हैरान रह गया, क्योंकि मैंने देखा कि उसकी चूत एकदम साफ चिकनी थी जिसे देखकर लग रहा था कि वो अपनी चूत के बालों को लगातर साफ करती है और में तो उसकी चूत को अब बिल्कुल पागल की तरह चूमने, चाटने लगा और जोश में आकर वो ज़ोर ज़ोर से आहे भर रही थी और सिसकियाँ ले रही थी उह्ह्ह्हह्ह आईईईईईईइ हाँ और ज़ोर से उह्ह्हह्ह्ह्ह माँ हाँ और चूसो.

फिर में उसे घुमाकर उसकी बड़ी सी गांड को देखने लगा और अब उसके दो बड़े बड़े कूल्हे ठीक मेरी आँखो के सामने थे. में तो ज़ोर ज़ोर से उसके कूल्हों को दबाने लग गया. फिर उसे नीचे लेटाकर जब में पहली बार अपना लंड उसकी प्यासी चूत में डाल रहा था तो मैंने उससे पूछा कि क्यों यह सब ऐसे क्या सुरक्षित होगा? मेरा मतलब कि ऐसे ही बिना कंडोम के कैसे कर सकते है? तो उसने कहा कि तुम बिल्कुल सही कह रहे हो और फिर में उठकर भागकर नीचे दवाई की दुकान से एक चोकलेट फ्लेवर वाला कंडोम ले आया और मैंने उसे कंडोम दिया और कहा कि इसे मेरे लंड पर लगा दो, लेकिन वो तो मेरे लंड पर कंडोम लगाने से पहले ही मेरे लंड को पागलों की तरह चूसने लगी और फिर कुछ देर चूसने के बाद उसके लंड को छोड़ा और उस पर कंडोम लगाया. मैंने उसे ज़मीन पर लेटा दिया और उसके दोनों पैरों को अपने कंधो पर रख दिए. उसकी चूत अब इतनी गीली हो चुकी थी कि बड़ी ही आसानी से मेरा लंड उसकी चूत में पूरा का पूरा अंदर चला गया. अब वो ज़ोर ज़ोर से चिल्ला रही थी और बोल रही थी कि में दस साल से राह देख रही थी कि कोई आए और मेरी चूत को फाड़ दे हाँ उह्ह्हह्ह और ज़ोर से चोदो मुझे, आज तुम अह्ह्हह्ह्ह्ह मेरी चूत को अपनी आईईईई समझकर चोदो, यह मेरी चूत आज से बस तुम्हारी है उह्ह्ह्हह्ह्ह्हह माँ हाँ और ज़ोर से चोदो मुझे उईईईईइ माँ में बहुत सालों से में प्यासी हूँ.

दोस्तों में बता नहीं सकता कि मुझे उस चुदाई में कितना मज़ा आया. फिर हमने करीब एक घंटे तक लगातार जमकर सेक्स किया और इस बीच मैंने उसकी गांड में भी लंड डाला और उसको अपनी भरपूर चुदाई के मज़े लिये और उसकी प्यास को बुझा दिया और अपने लंड से उसको पूरी तरह से संतुष्ट कर दिया. उसकी चूत को चोदकर अपने लंड का उसे पूरा पूरा मज़ा दिया. उस चुदाई के बाद हमारी कभी भी मुलाकात नहीं हो पाई, लेकिन आज भी में उसके नंगे गदराए हुए बदन को याद करता हूँ तो मेरा लंड तनकर खड़ा हो जाता हैल्लो दोस्तों, मुझे शादीशुदा समझदार औरते बहुत पसंद है, खास करके उनकी उम्र 35-40 साल के आसपास होनी चाहिए. दोस्तों मेरी जिस घटना को में आज आप सभी को बताने जा रहा हूँ वो करीब एक साल पहले हुई थी जब में अपने कॉलेज की क्लास में जाया करता था, लेकिन वो हमारे कॉलेज से थोड़ा दूरी पर थी और वो क्लास बहुत ही छोटी सी थी. उसमे करीब अलग अलग शिफ्ट में 100 बच्चे ही आते थे और वहां पर एक नौकरानी झाड़ू मारने के लिए आया करती थी, लेकिन वो दिखने में इतनी अच्छी नहीं थी, लेकिन उसकी नज़र बहुत कातिल थी और उसका नाम चंद्रिका था. वो थोड़ी सी मोटी थी, बड़ी गांड और एक हाथ में भी ना आए इस आकार के बूब्स और वो जब झाड़ू मारती थी तो उसकी छाती बहुत आराम से दिख जाती थी और जब में उसके सामने देखता था तो वो मुझे कुछ अजीब तरीके से देखती थी. उसके चेहरे पर साफ लिखा था कि उसे कुछ चाहिए जो उसे मज़े दे सके?

तो एक दिन मुझे एक ऑनलाइन टेस्ट देना था और में सबसे पहले पहुंच गया, लेकिन हमारी क्लास के सर को उसी दिन कहीं किसी जरूरी काम से अचानक बाहर जाना था और मेरी उनसे बहुत अच्छी बनती थी. उन्होंने मुझे क्लास की चाबी दे दी क्योंकि उस दिन सिर्फ मुझे ही वहां पर सबसे पहले पहुंचना था और अपनी तैयारी करनी थी और फिर उन्होंने मुझसे बोला कि तुम टेस्ट देने के बाद लॉक कर देना और चाबी पास वाले ऑफिस में दे देना. में तो कंप्यूटर चालू करके सब कुछ देखने लगा और तभी चंद्रिका आई और हाथ में अपना झाड़ू लिए उसने मुझसे पूछा कि क्यों आज साहब नहीं आए? मैंने बोला कि हाँ आज वो किसी काम से बाहर गये हुए है इसलिए वो आज नहीं आ सकते.

फिर उसने अपना काम मतलब कि झाड़ू मारना शुरू कर दिया, लेकिन अब मेरा ध्यान कंप्यूटर पर लगता ही नहीं था. में बीच बीच में उसकी तरफ देखने लगता था और अब सबसे मज़े की बात यह थी कि वो भी मुझे झाड़ू मारते मारते स्माईल देती जा रही थी. फिर कुछ देर बाद जब वो झाड़ू मारकर जा रही थी तो मैंने थोड़ी बहुत हिम्मत करके उससे पूछा कि आपका नाम क्या है?

उसने मुस्कुराकर बोला कि मेरा नाम चंद्रिका है और अब उसकी आवाज़ सुनकर मेरे पूरे बदन में कुछ हो रहा था तो मैंने थोड़ी और हिम्मत करके उससे कहा कि हाँ में कब से आपका ही इंतज़ार कर रहा था? मेरे मुहं से यह बात सुनते ही उसके चेहरे पर एक अजीब सी स्माईल आ गई और वो थोड़ा थोड़ा शरमाने लगी. फिर मैंने उससे कहा कि अगर आपको देर ना हो रही हो तो क्या आप मुझसे थोड़ी देर बात कर सकती है? तो वो बोली कि हाँ क्यों नहीं और अब वो मेरे पास में पड़ी हुई एक बेंच पर बैठ गयी और फिर मेरे कुछ बोलने का बहुत बेसब्री से इंतज़ार करने लगी.

फिर मैंने उसके बारे में सब जानकारी पूछना शुरू की और तब मुझे पता चला कि उसके पति की पिछले कुछ सालों पहले म्रत्यु हो चुकी है और वो अब अपने इकलोते बेटे के साथ रहती है और उसका बेटा करीब अब मेरी उम्र का है. दोस्तों वो जब बोलती थी तो मेरे बदन में एक आग सी लग जाती थी. मेरा मन करता था कि में इसे अभी पकड़कर चोद डालूं, लेकिन मैंने अपने आप पर बहुत काबू रखा. फिर मैंने एकदम सही मौका देखकर उसकी तरफ एक और तीर मारा और मैंने उससे पूछा कि क्यों आपको आपके पति की कभी कमी महसूस नहीं होती?

उसने झट से कहा कि हाँ होती तो है, लेकिन अब में क्या कर सकती हूँ? तो मैंने जल्दी से उसकी बात खत्म होते ही बोला कि में हूँ ना, में आपकी मदद करूँगा. तो मेरे मुहं से यह बात सुनकर वो मुझे बहुत ही अजीब तरीके से देखने लगी और बहुत देर तक इधर उधर की बातें करने के बाद वो बोली कि ठीक है अब में घर जाती हूँ और बाकी की बातें हम लोग कल करेंगे, लेकिन दोस्तों अब मेरा लंड मानने को तैयार ही नहीं था. उसे तो बस अब चंद्रिका की चूत का रस चूसना था और अब मुझसे रहा नहीं गया तो मैंने उससे बोला दिया कि प्लीज थोड़ा और रुक जाओ ना, आपसे बात करके मुझे बहुत अच्छा लग रहा है.

फिर उसने कहा कि वैसे भी हमने इतनी देर इतनी सारी बातें तो कर ली और अब क्या करें? मैंने बोला कि हाँ फिर भी मेरा मन नहीं मान रहा, आओ हम अंदर वाली क्लास में चलते है और फिर में उसे अंदर वाली क्लास में लेकर चला गया और फिर मैंने क्लास का दरवाजा अंदर से बंद कर दिया. मुझे वैसे तो बहुत डर लग रहा था कि कहीं मेरे सर आ गये तो मेरी तो आज शामत ही आ जाएगी, लेकिन मेरा चंद्रिका को छोड़ने का बिल्कुल भी मन नहीं कर रहा था और जैसा कि मैंने सबसे पहले आप सभी को बताया है कि मुझे आंटी बहुत पसंद है और उनको देखकर मुझे कुछ कुछ होने लगता है.

खेर फिर हम दोनों अंदर वाली क्लास में गये में तो उसे अचानक से पकड़कर अब जबरदस्ती चूमने लगा और उसे भी बहुत मज़ा आ रहा था, लेकिन उसने मेरा कोई भी किसी भी तरह का विरोध नहीं किया और अब वो धीरे धीरे गरम हो रही थी. मैंने उसके होंठ पर अपने होंठ रखे और चूमने लगा चूसने लगा. दोस्तों में आप सभी को अपने शब्दों में नहीं बता सकता कि चंद्रिका के क्या रसीले होंठ थे, बहुत मजेदार, यम्मी. फिर में उसे बेंच के ऊपर बैठाकर उसके ब्लाउज पर हाथ घुमाने लगा और उसके बूब्स को दबाने मसलने लगा. तो वो बस अब अपना मुहं खोलकर आहें भर रही थी और अब यह सब देखकर तो कोई भी लंड खड़ा होकर नाचने लगे.

फिर धीरे धीरे मैंने उसके ब्लाउज के एक एक बटन को खोलना शुरू किया तो मैंने देखा कि उसने अंदर ब्रा नहीं पहनी हुई थी और मेरे सामने अब दो बड़े बड़े बूब्स लटक रहे थे. वाह दोस्तों क्या मस्त नज़ारा था वो में आप सभी को नहीं बता सकता में तो उसके बूब्स को मुहं में लेकर एक छोटे बच्चे की तरह चूसने लगा. फिर मैंने उसके पेटीकोट का नाड़ा खोलकर उसे भी उतार दिया तो मैंने देखा कि उसने अंदर पेंटी भी नहीं पहनी हुई थी और में तो उसकी चूत देखकर अब बिल्कुल हैरान रह गया, क्योंकि मैंने देखा कि उसकी चूत एकदम साफ चिकनी थी जिसे देखकर लग रहा था कि वो अपनी चूत के बालों को लगातर साफ करती है और में तो उसकी चूत को अब बिल्कुल पागल की तरह चूमने, चाटने लगा और जोश में आकर वो ज़ोर ज़ोर से आहे भर रही थी और सिसकियाँ ले रही थी उह्ह्ह्हह्ह आईईईईईईइ हाँ और ज़ोर से उह्ह्हह्ह्ह्ह माँ हाँ और चूसो.

फिर में उसे घुमाकर उसकी बड़ी सी गांड को देखने लगा और अब उसके दो बड़े बड़े कूल्हे ठीक मेरी आँखो के सामने थे. में तो ज़ोर ज़ोर से उसके कूल्हों को दबाने लग गया. फिर उसे नीचे लेटाकर जब में पहली बार अपना लंड उसकी प्यासी चूत में डाल रहा था तो मैंने उससे पूछा कि क्यों यह सब ऐसे क्या सुरक्षित होगा? मेरा मतलब कि ऐसे ही बिना कंडोम के कैसे कर सकते है? तो उसने कहा कि तुम बिल्कुल सही कह रहे हो और फिर में उठकर भागकर नीचे दवाई की दुकान से एक चोकलेट फ्लेवर वाला कंडोम ले आया और मैंने उसे कंडोम दिया और कहा कि इसे मेरे लंड पर लगा दो, लेकिन वो तो मेरे लंड पर कंडोम लगाने से पहले ही मेरे लंड को पागलों की तरह चूसने लगी और फिर कुछ देर चूसने के बाद उसके लंड को छोड़ा और उस पर कंडोम लगाया. मैंने उसे ज़मीन पर लेटा दिया और उसके दोनों पैरों को अपने कंधो पर रख दिए. उसकी चूत अब इतनी गीली हो चुकी थी कि बड़ी ही आसानी से मेरा लंड उसकी चूत में पूरा का पूरा अंदर चला गया. अब वो ज़ोर ज़ोर से चिल्ला रही थी और बोल रही थी कि में दस साल से राह देख रही थी कि कोई आए और मेरी चूत को फाड़ दे हाँ उह्ह्हह्ह और ज़ोर से चोदो मुझे, आज तुम अह्ह्हह्ह्ह्ह मेरी चूत को अपनी आईईईई समझकर चोदो, यह मेरी चूत आज से बस तुम्हारी है उह्ह्ह्हह्ह्ह्हह माँ हाँ और ज़ोर से चोदो मुझे उईईईईइ माँ में बहुत सालों से में प्यासी हूँ.

दोस्तों में बता नहीं सकता कि मुझे उस चुदाई में कितना मज़ा आया. फिर हमने करीब एक घंटे तक लगातार जमकर सेक्स किया और इस बीच मैंने उसकी गांड में भी लंड डाला और उसको अपनी भरपूर चुदाई के मज़े लिये और उसकी प्यास को बुझा दिया और अपने लंड से उसको पूरी तरह से संतुष्ट कर दिया. उसकी चूत को चोदकर अपने लंड का उसे पूरा पूरा मज़ा दिया. उस चुदाई के बाद हमारी कभी भी मुलाकात नहीं हो पाई, लेकिन आज भी में उसके नंगे गदराए हुए बदन को याद करता हूँ तो मेरा लंड तनकर खड़ा हो जाता
Previous Post
Next Post

0 comments:

Stories online

40 साल की नौकरानी को चोदा A 100% free dating site for India Beautiful Desi Model Hot Show for Photoshoot =HD= Chawat Savita Vahini Story-Mavaj Bhau Desi झवाड्या सुहाली ची कथा. English Sexy Stories English Sexy Story Go to first new post Real Life Beautiful Mothers halima-Telgu sexy Stories Hindi sex stories रीतु दीदी Hindi Sexy Stories hot indian(desi) babies Majhya Shejarchi Kaki - Marathi Sex Stories Marathi CD Sexstories Marathi chawat katha Marathi Hindi English Sexy stories Marathi Horror Story गहिरा अंधार Marathi Horror story-Missed a road (एक चुकलेला रस्ता) Marathi Incest Story Marathi Pranay Katha Online Marathi pranay stories Marathi pranaykatha Marathi Romantic Story Marathi Sambhog katha Marathi Sex Story-Online Reading Marathi sexi stories--'आता परत आपली भेट नाही ' Marathi Sexy Stories Marathi Shrungar katha Marathi Shrungarkatha.- Bendhund Marathi Story - Pranaykatha Marathi story -Sex story mobile girls chat My first Marathi Chawat katha My name is NEHA and Seeking Men Pakistani Girls Chat Pooja Jain From Mumbai Indian Real Girl WhatsApp Number For Friendship romantic Marathi story romantic stories sambhogkatha Seal ki bhabi ki cuta kholi - Bhabi and dewar pussy licking stories Secret Agent -- Surendra Mohan Pathak Update - 2 Secret Agent -- Surendra Mohan Pathak- Update - 1 Sex Questions of Couples - सामाजिक लैंगिक प्रश्न Sexy desi wife posing blouseless in saree showing boobs sexy single girls from India shrungarkatha Some Real And Rare Indian and Pakistani Girls Sunny LEON damn HOT pix Sunny Leone Hot Images telagu sexy stories The Best Marathi Pranay Katha -Shrungarkatha Videshi Hot n Sexy n Nude Pictures अंतर्गत - भाग १- Marathi Romantic Story अनिताचे मोठे नितंब अनोखी आठवण अल्लादिन व जादूचा दिवा-Marathi sexy story अस्सल गावरान माल आयुष्यातल्या काही सुंदर व बेधुंद क्षणांचे शब्दांकन--marathi romantic sexystory आरती वाहिनी -मराठी प्रणय कथा एक नवयुवक की अपनी नयी नयी प्रेमिका एक पावसाळी रात्र एक पावसाळी रात्र भाग 4 एक पावसाळी रात्र भाग 8 (अंतिम भाग) एक पावसाळी रात्र भाग 5 एक पावसाळी रात्र भाग 6 एक पावसाळी रात्र भाग 7 एक पावसाळी रात्र भाग 3 एक पावसाळी रात्र. भाग 2 एक पावसाळी रात्र. भाग-1 एक_कळी_सुखावली ! एका लेखकाची सत्यकथा ओव्हूलेशन शिवाय मासिक पाळी येऊ शकते का ? कांता -Marathi Romantic Sexy Hot Story कामक्रियेसंबंधीची नितितत्वे कॉल सेण्टर का बाथरूम गब्बरचे कैदी -Marathi Sexy Sholey Story गौरी आणि उदय... भाग 1 गौरीची मधाळ योनी -Marathi Romantic Story चित्रा - Kamsutra Stories in Marathi टॉप नहीं फड़वाना चाहती तारुण्य- Marathi shrungarik katha तृप्ती... भाग 1 - Marathi Pranaykatha तृप्ती... भाग 2 - Marathi Pranaykatha नि शी धा मराठी कामसूत्र कथा -Marathi sexy story in pdf format पठान -संता पठान -संता- MArathi sambhog katha पड़ोस की भाभी मस्त माल : गाँव की चुदाई कहानी पड़ोसन विधवा भाभी- Sexy Stories in hindi पावसाळी रात्र पाहुनी मैत्रीण -Marathi chawat katha पुणे तिथे काय उणे... भाग १ रविवार स्पेशल.. कथा प्यासी मकान मालकिन प्रणयकथा प्रवास सुडातुन संसारा कडे प्रवास सुडातुन संसारा कडे भाग 2- MArathi Incest Story प्रवास सुडातुन संसारा कडे भाग – 3- Marathi Incest story प्रवास सुडातुन संसारा कडे. भाग 4(अंतीम) प्रवास सुडातुन संसारा कडे.. भाग 1- Marathi Incest Story प्रिया माझी... (माझ्या आयुष्यातली खरी दिवाळी)- Marathi sambhog katha फ्री सर्विस... बसप्रवास- Hot Indian Desi Girl भावकी- Marathi Pranay katha मंजूची साडी - Marathi sex stories - मराठी सेक्ष कहानिया मजेदार खेळ Marathi Sexi Story मजेदार हिंदी कहानी का खजाना मराठी काम कथा- डर्टी बिजनेस महिला विवाह सल्लागाराने दिला मला आणि माझ्या बायकोला संभोगसल्ला माझा नवीन टेलर complete- MArathi shrungar katha मि आणि भाऊ.. (भाग..-4 ) मि आणि भाऊ... (भाग...-3 ) मि आणि भाऊ... (भाग...2) मि आणि भाऊ..... ( भाग --1 ) मृणाल-Marathi sexy story मेरी चालू बीवी-52 मेहंदीच्या पानावर- Marathi sexy stories online portal मैं लीना और मौसा मौसी Hindi Sexy Stories मैत्री -A Freind Story मैथिली- Maithili Marathi shrungar katha रणबीर व नीतुचा वर्क आऊट- A Real Marathi sex story राजकारण- Marathi Pranay Katha रात्रीचा प्रवास रात्रीचा प्रवास- Marathi Shrungarik Story रात्रीचा प्रवास- Marathi Shrungarik Story-भाग 2 रिझर्वेशन -Reservation a marathi sex story लड़की को पटाने के टोटके-How to cheat with woman लपा-छपी - Marathi Pranay Katha लेडीज होस्टेल -(संपूर्ण शृंगारिक कादंबरी) वय फक्त एक अंक आहे..! - Marathi Sexy Stoy online वाचा मराठी कथा --सायली व निलीमाची कथा -मराठी प्रणय कथा वाचा मराठी कथा --सोळावं वारीस धोक्याचं -मराठी प्रणय कथा वाहिनीची मसाज आणि सेक्स विवाहित नवरा बायकोची प्रेम कथा. विसरू कशी.... भाग 2-प्रणयकथा विसरू कशी.... भाग १ विसरू कशी.... भाग १- Marathi Stories वेटिंग फॉर यू!... भाग १- वेटिंग फॉर यू...! भाग 2 व्हिक्स चोळू का? - Marathi zavazavi stories शेतातील अनुभवाने रात्रीसाठी खास नियोजन -1 शेतातील अनुभवाने रात्रीसाठी खास नियोजन -2 सखी सेजारीण संगणक दुरुस्ती येते कामाला - Marathi pranay katha stories सत्याचा सामना-Marathi Love and sex story by pravin kumar सुनबाईची प्रेमकहानी सुनबाईची प्रेमकहानी भाग 3- Marathi Chawat katha सुनबाईची प्रेमकहानी भाग 2- Marathi Chawat katha सुनबाईची प्रेमकहानी भाग 4- Marathi chavat katha सुनबाईची प्रेमकहानी भाग 1- Marathi Romantic Stories सुनीताचे धाडस -Marathi love story सेक्स की देवी थी मेरी अम्मी सेक्सी नौकरानी सोनेरी जाळे- Marathi sextual Stories स्त्री-पुरुषांच्या लैंगिक भावनांतील भेद स्वादीष्ट आणि रुचकर-Marathi Pranaykatha स्वादीष्ट आणि रुचकर-Marathi Pranaykatha -Part 2 होळी... भाग १ - Marathi Romantic Story होळी... भाग २ Marathi Romantic Story