हेलो दोस्तों, आप कैसे है. मैं 35 साल का
हु और मुझे सेक्स का बहुत शौक है.
मेरी शादी 2005 हुई थी और मैं कानपुर में रह
कर जॉब कर रहा हु. आप सब को तो मालूम ही
है, कि कानपुर की लाइफ कितनी भागा- दौड़ी
वाली है और घर के लिए समय ही नहीं मिलता
है. इसलिए मैंने घर में काम वाली बाई लगा
रखी थी. वो कोई ४५ के आसपास की औरत
होगी. वो सिर्फ मेरे घर में ही काम करती
थी. मैंने उसको रखा ही इसी शर्त पर था. मेरा
नाश्ता बनाना, कपड़े धोने, घर की साफ़
सफाई और बाकी सारे काम. वो सुबह ६ बजे आ
जाती थी और मुझे चाय देकर जागती थी.
आप सब को पता ही होगा, कि सुबह के वक्त
लंड ज्यादा खड़ा होता है. बाई जब भी मुझे
चाय दे कर जाती, तो उसके चेहरे पर मुस्कराहट
होती थी. मुझे ये तो पता था, कि मेरा लंड
खड़ा रहता है और वो इसी वजह से मुस्कुराती
है. एक दिन मैं ऑफिस से वापस आया, तो देखा
कि उसने टेबल पर मेरी सेक्स किताबे निकाल
रखी थी. वो मुझे चाय देते हुए बोली – साहब
शादी कर लो. आप सुबह ही तने रहते हो, इन सब
तस्वीरो को देख कर. फिर वो जोर – जोर से
हसने लगी. मैंने कहा – कोई बात नहीं. तने हुए
को शांत करने के लिए शादी की जरूरत नहीं है.
सिर्फ जो प्यासा हो उसकी जरूरत है.
शायद, बाई को मेरी बात कुछ समझ आ गयी.
उस दिन उसने खाना बड़ा अच्छा बनाया था.
वो शाम को मेरे साथ बात करती थी और अपने
पति को खूब गालिया देती थी. साला… खुद
तो कुछ काम करता नहीं.. जो मैं कमाती हु,
वो भी ले लेता है और सब दारु में उडा देता है.
इस बहाने से वो मुझे कुछ ना कुछ ले ही जाती
थी. उस दिन भी वो अपनी ही कहानी सुना
रही थी और बोल रही थी.. साहब बिलकुल
बेकार हो गया है. आता है साला दारू में धुत्त
और मेरे ऊपर चढ़ जाता है और फिर २ मिनट में
ख़तम. हम तो मनमकोस कर रह जाते है.
मुझे समझ आ गया, कि बुद्दी की चूत चुदवाने
को फुदक रही है. मैंने उसको बोला – आज
खाना अच्छा बनाया है. वो मुस्कुरा दी. फिर
मैंने कहा – लगता है.. तस्वीरे देख कर जवानी
आ गयी. वो बोली – साहब, जवान तो हम है
ही.. बस जवानी को रौंदने वाला नहीं मिला
अभी तक. फिर तो मेरे लंड ने जोर मारना शुरू
कर दिया. फिर मैंने कहा – बाई आज थोड़ा
रुक सकती हो? मेरे पैरो की मालिश करनी है.
बहुत दर्द है. वो मुस्कुरा दी और बोली – आप
कहे, तो रात में रुक जाती हु. मेरा मर्द कोई
एतराज़ नहीं करेगा. मैंने कहा – ठीक है. उसने
अपने मर्द को फ़ोन कर दिया और मैंने अपने
बेडरूम में आ गया और केवल शॉर्ट्स डाल दी.
मैंने पलंग पर पैर फैला कर बैठ गया और वो तेल
गरम करके ले आई. वो मेरे पैरो को मालिश कर
रही थी और मैं अपने मोबाइल को साइलेंट करके
एक ब्लू फिल्म देख रहा था. वो साथ – साथ
में मुझसे बातें भी कर रही थी. एक ब्लू फिल्म
की वजह से और दूसरी उसके हाथ मेरे शरीर में
लगने की वजह से मेरा लंड धीरे – धीरे धक्के
मारने लगा. वो अब मेरे शोर्ट में तम्बू बना रहा
था. मैंने लंड को ऐसे ही रहने दिया और कुछ भी
नहीं किया. बाई का हाथ धीरे – धीरे ऊपर
आ गया और मेरी जांघ पर वो मालिश करने
लगी. फिर उसने देखते – देखते मेरे शॉर्ट्स के
अन्दर हाथ डाल दिया और मेरे अन्डो को पकड़
कर दबा दिया.
मेरे मुह से जोर दार सिसकी निकल गयी
इस्स्सस्स्स्सस्स्स… उसके निप्पल भी खड़े हो
चुके थे. मैंने आव ना देखा ताव और सीधे ही उस
पर हमला कर दिया. मैंने उसके बूब्स को एकदम से
पकड़ लिया और उसको दबाने लगा. वो मचल
रही थी और बहुत जोर से सिसकी रही थी…
क्या कर रहे हो बाबु जी… ऊऊऊऊईईईईइमा
अहहहहाहा…. मैंने उसको एकदम से ऊपर खीच
लिया और उसके चेहरे को पकड़ लिया और उसके
होठो को अपने होठो में दबा लिया और
उसको मसल कर चूसने लगा. वो बहुत ही मस्त
होने लगी थी और उसने मेरा लंड पकड़ लिया
और उसको मसलने लगी.
वो बहुत गरम और बैचेन थी. उसने मुझे ज्यादा
मौका नहीं दिया और एकदम से मेरा शॉट्स
खीच दिया और मेरे लंड को नंगा कर दिया.
मुझे उसको बैचेनी देख कर मज़ा आ रहा था और
मैंने फिर एकदम से उसको पकड़ा और उसके सारे
कपड़े उतार दिए और मस्ती में उसके दूध को पकड़
लिया और उनके निप्पल को मुह में डालने लगा.
उसने मुझे धक्का देख कर पलंग पर लिटा दिया
और मेरे लंड से खेलते हुए, उसको अपने मुह में पकड़
लिया और उसको मस्ती में चूसने लगी. वो पुरे
लंड को अपने मुह के अन्दर तक ले रही थी.
बहुत मज़ा आ रहा था. मुझे लगा, कि अगर वो
ज्यादा चूसेगी, तो मेरा छुट जाएगा. मैंने
उसको कहा बस प्लीज और नहीं. फिर उसने
मेरी तरफ देखा और फिर मेरे ऊपर चढ़ गयी और
अपनी चूत को अपने हाथो से खोल कर मेरे लंड
के ऊपर रख दिया और धम्म से नीचे बैठ गयी…
मेरे लंड की खाल एकदम से नीचे खिसक गयी
और मेरे मुह से एक जोरदार चीख निकली
आआआआआआआआआआआआह्हह्हह्हह्ह…. मर
गया. प्लीज… वो मेरे लंड पर खुद रही थी अपने
बूब्स को दबा रही थी और अपने होठो को
काट भी रही थी.
मुझे बहुत मज़ा आ रहा था और मैंने पलंग के पीछे
के हिस्से को पकड़ा हुआ था और फिर एकदम से
मेरी गांड भी ऊपर की और चलने लगी. उसकी
स्पीड भी तेज होने लगी थी और अचानक से
उसका शरीर ढीला पड़ गया और वो मेरे ऊपर
गिर गयी. मेरे लंड पर बहुत गरम अहसास हुआ और
मुझे पता चल गया, कि वो झड़ गयी है. मैंने
उसको कस कर दबा लिया और फिर उसको
जोरदार झटके मारने लगा. मेरी गांड से नीचे से
ऊपर झटक रही थी और करीब १० मिनट के बाद,
मैंने भी अपना पानी उसकी चूत में छोड़ दिया.
वो मेरे ऊपर ही पड़ी रही और फिर हम सो गये.
रात को जब मेरी नीद खुली, तो देखा कि वो
मेरा लंड चूस रही थी. हमने फिर मस्त सेक्स
किया और मैंने उसको गांड भी मारी. सुबह
वो उठी. नहाई और काम करके जाने लगी. तो
मैंने उसे १००० दिए. वो खुश हो गयी. अब जब
भी मैं हॉर्नी होता हु. उसको रात भर चोदता
हु और मज़े लेता हु और देता हु.